Electric work center

इलेक्ट्रिक वर्क सेंटर एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जैसे, ( YOUTUBE, FACEBOOK, Twitter, Instagram, website, – EWC, EWC Electricals, electric work center ) जहाँ पर आपको इलेक्ट्रिक से संबंधित हर तरह की जानकारी दिया जाता है।

जिसका मालिक का नाम शहजाद है। जो भारत में राज्य बिहार, शहर नरकटियागंज, मोहल्ला नंदपुर वार्ड नंबर 4, रहने वाले हैं। ये एक गरीब घर की फैमिली से बिलॉन्ग करते हैं। जिसकी वजह से पढ़ाई कुछ खास नहीं कर पाए। और 13 अप्रैल 2005 को उन्होंने पढ़ाई छोड़ दिया या कह सकते हैं बंद कर दिया।

(1) जिसके बाद उन्होंने पहली बार अपने शहर नरकटियागंज के रोड नंबर 1 मस्जिद रोड में टीवी रोडियो के दुकान पर काम सीखने के लिए गए जिस दुकान का नाम था फिलिप्स रेडियो के नाम से जाना जाता था। जिनके मालिक का नाम सलाउद्दीन था। जिनका घर नरकटियागंज ब्लॉक रोड में है। क्योंकि उस समय टीवी रेडियो का ज्यादा डिमांड था और काम करने लगे।

(2) लेकिन कुछ दिनों बाद वह दिल्ली चले गए और पहली बार दिल्ली में उन्होंने वायरिंग का काम सीखने करने लगे। जैसे उस समय केसिंग बीट वायरिंग का ज्यादा डिमांड था और अंदर ग्राउंड का। तो कुछ मॉल कैसीनो घर टाइप के वायरिंग सीखने लगे और काम किया। कुछ सालों बाद फिर वो गोरखपुर चले गए।

(3) जहाँ गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के मेन रोड और गोरखनाथ मंदिर के मेन गेट के लगभग 200 मीटर की दूरी पर एक ताज इलेक्ट्रिक नाम दुकान है जहां पर सिंगल फेस थ्री फेस मोटर रिपेयरिंग वाइंडिंग तथा हर तरह के पंखे रूम हीटर मिक्सर ग्राइंडर……. इत्यादि की रिपेयरिंग एंड मरम्मत पूरी तरह से होती है। वहां पर काम सीखने लगे। और काम किए कुछ सालों के बाद फिर वह अपने शहर नरकटियागंज चले आए।

(4) और अपने शहर नरकटियागंज शिवगंज चौक पर एक सेम गोरखपुर के जैसा दुकान है जहां पर मोटर पंखा मिक्सर ग्राइंडर रिपेयरिंग वाइंडिंग होता है जहाँ पर उन्होंने काम सीखना और करना शुरू कर दीया यहाँ पर सबसे खास बात यह थी सीखने वाली के जनरेटर के डायनेमो जिसे अल्टरनेटर भी के नाम से भी जाना जाता है। वह चीज यहाँ पर ज्यादा डिमांड था लेकिन गोरखपुर में अच्छी इलेक्ट्रिसिटी होने के कारण ज्यादातर डायनेमो अल्टरनेटर का काम नहीं होता था इसलिए डायनेमो का काम नहीं सीख पाए थे। लेकिन अपने शहर नरकटियागंज मैं अच्छी इलेक्ट्रिसिटी नहीं होने के कारण ज्यादा जरनेटर का डिमांड होता था जिसके कारण ज्यादा काम होती थी तो यह काम सीखना आसान था। यहाँ पर उन्होंने कुछ सालों काम किया और सिखा उसके बाद फिर गोरखपुर चले गए।

(5) उसी दुकान पर जहाँ पर उन्होंने कई जगह पर डायनेमो के बड़े-बड़े फॉल्ट आए जिसको सुधार करने में ज्यादा कामयाबी मिली और वहां के उस्ताद ने कहा कि अच्छा नॉलेज हो गया है तुम्हें। उसके बाद उन्होंने कुछ सालों वहां काम किया उसके बाद अपने घर चले आए

(6) और घर से फिर गुजरात मैं सूरत चले गए जहां पर पहली बार इंडस्ट्रियल पावर प्लांट में काम सीखने करने के लिए गए। वहाँ पर कुछ प्लांट में काम सीखने करने लगा। जहां केबल ग्लैंड टर्मिनेशन किया।और लाइटिंग का फायर फाइटिंग का स्टूमेंट का कुछ कैट सिक्स (cat 6) सर्वर डाटा और CCTV का काम किया। जिसमें कुछ साल रहे उसके बाद वह घर चले आए।

(7) और उसके बाद मुंबई में डॉकयार्ड में काम किया डॉकयार्ड में M. D. L. कंपनी में काम किया जिसमें हर तरह की काम था जैसे हाउस वायरिंग इंडस्ट्रियल वायरिंग सीसीटीवी A to Z जो भी इलेक्ट्रिकल वर्क होते हैं वह कंपलीटली वहां पर वर्क था और किया।

(8) और कुछ सालों बाद वह विदेश गल्फ कंट्री चले गए जैसे सऊदी दुबई कुवैत सूडान इन कंट्री में कुछ साल काम किए। उसके बाद अपने घर चले आए।

(9) फिर उसके बाद वह अहमदाबाद चले गए जहां पर सुजुकी कंपनी का कंपनी है जहां पर रोबट द्वारा गाड़ी बनाई जाती है जैसे उसके अंदर हर तरह की गाड़ी को फिटिंग करने के लिए रोबोट मशीन का इस्तेमाल किया जाता है चाहे वह कोई बॉडी को फिक्स करना हो या कोई बॉडी को बनाना हो या कोई बॉडी को फीटिंग हो या पेंट करना हो A to Z कंप्लीट उसके अंदर कुछ साल काम किए और फिर वापस अपने घर चले आए। घर आने के बाद वह अपने शहर नरकटियागंज में काम करने लगे।

(10) लेकिन कुछ सालों बाद वह 2017 नवंबर में अपना यूट्यूब चैनल बनाया जिसका नाम (ewc hindi Tr.) ई डब्ल्यू सी हिंदी ट्रेनिंग था लेकिन उसको कुछ दिनों बाद उस नाम को बदलकर (electric work center ) इलेक्ट्रिक वर्क सेंटर कर दिया गया। और अपने शहर के में जो इलेक्ट्रिकल काम करते थे उसकी वीडियो बनाकर अपलोड करना शुरू कर दिया और अच्छी तरह से वीडियो में समझाना बतलाना स्टार्ट किया जो सिर्फ प्रैक्टिकल था जिस पर लोगों ने काफी अच्छा प्यार सपोर्ट दिया जिससे उनकी चैनल रैंक हुई और चलने लगी। जिसमें 1 साल में 2 लाख 90 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर थे तो काफी खुश हुए क्योंकि उनकी सोच इतनी सब्सक्राइबर के 1 सालों में नहीं थी।

(11) उसके बाद उन्होंने एक दूसरा चैनल स्टार्ट किया जिसका नाम (SHAHJAD Electricals) शहजाद इलेक्ट्रिकल रखा। जिस पर छोटी-छोटी वीडियो टॉपिक को अपलोड करना था। क्योंकि बहुत सी छोटी टॉपिक के वीडियो डिमांड कॉमेंट आती थी लेकिन पहले वाले चैनल पर अपलोड करने से रैंक नहीं मिलता था क्योंकि लोग सीरियल बाई या पार्ट बाय पार्ट वीडियो देखना पसंद करते हैं और अच्छा रैंक मिलता है इसलिए दूसरा चैनल बनाया गया। पर इस चैनल का नाम शहजाद इलेक्ट्रिकल से हटाकर (EWC Electricals) ई डब्ल्यू सी इलेक्ट्रिकल कर दिया गया। और इसी समय (electricworkcenter.com ) इलेक्ट्रिक वर्क सेंटर डॉट कॉम वेबसाइट (website) बनाया गया। और साथ में ( EWC Electricals)ई डब्ल्यू सी इलेक्ट्रिकल्स फेसबुक पेज इंस्टाग्राम टि्वटर अकाउंट भी बनाया गया जिस पर इलेक्ट्रिकल से संबंधित आर्टिकल फोटो वीडियो अपलोड होने लगा पर यूट्यूब पर लोगों को वीडियो देखना ज्यादा अच्छा लगता है इसलिए और सब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म थोड़ा स्लो रहा। पर कुछ समय बाद।

(12) EWC Electrical video App
ई डब्ल्यू सी इलेक्ट्रिकल एप्लीकेशन बनाया गया जहां पर इलेक्ट्रिकल कोर्स वीडियो अपलोड करने के लिए क्योंकि कुछ वीडियो ऐसी होती है जिसे पब्लिक नहीं किया जा सकता है या कर सकते हैं पब्लिक नहीं जाता है। जिसमें कॉस्ट फ्री वीडियो देखने के लिए बनाया गया था पर सरवर डाटा का कॉस्ट काफी हैवी हो रहा था और एडमॉब या कर सकते हैं गूगल ऐड के थ्रू उसके कमाई (earn) उतनी नहीं हो पा रही थी कि उस एप्लीकेशन का डाटा सर्वर मेंटिनेस खर्च को पूरा किया जा सके। इसलिए काफी कम खर्च में इलेक्ट्रिकल कोर्स वीडियो को खरीदने का रास्ता निकाला गया। और काफी कम खर्च में वीडियो प्ले लिस्ट वहां पर खरीदकर स्टेप बाय स्टेप पार्ट बाय पार्ट हर इलेक्ट्रिकल नॉलेज को दिया जाता है और काफी लोगों को इससे लाभ मिलता है जैसे अगर कोई इलेक्ट्रीशियन या कोई भी व्यक्ति इलेक्ट्रिकल शॉप खोलना चाहता है जिसके पास बहुत कम पैसे हैं तो वह कैसे अपने स्टार्टअप कर सकता है या कहां से वह सामान खरीद सकता है या जिसके पास पैसा है वह कैसे स्टार्टअप कर सकता है और कहां से कैसे समान खरीद सकता है एक दुकान को कैसे चलाया जाता है और किन किन बातों को ध्यान में रखा जाता है या इलेक्ट्रिक वर्क कैसे होता है A to Z कंप्लीट हर नॉलेज को शेयर किया जाता है इलेक्ट्रिकल वर्क शुरू कहां से होता है और कैसे होता है कोई भी कनेक्शन वायरिंग वर्क कैसे किया जाता है सभी तरह के जनकारी दिया जाता है पार्ट बाय पार्ट जिससे काफी लोगों को फायदा पहुंचा है और आगे भी फायदा लोगों को और भी पहुंचते रहेगा क्योंकि इसके अंदर हमेशा न्यू वीडियो अपडेट यानी अपलोड होते रहती है क्योंकि नॉलेज की सीमा कम नहीं होती ज्ञान बढ़ते रहती है जिस हिसाब से इसमें वीडियो बढ़ते रहती है उसी हिसाब से वीडियो पर लिस्ट का प्राइस भी बढ़ते रहता है।

अभी 10 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं। और लाखों लोगों को लाभ मिला है और मिलता रहेगा।

6 thoughts on “What is electric work center ।। इलेक्ट्रिक वर्क सेंटर क्या है”

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